भरत – मिलाप

क्या आपको पता है कि क्रांतिदूत चन्द्रशेखर आज़ाद और भगत सिंह की मुलाक़ात के पीछे कौन था?

काकोरी और मास्टर जी

काकोरी दिवस पर आइये आज आपको बताते हैं कि भारत की आज़ादी के महानायक चन्द्र शेखर आज़ाद की मुलाकात उनके गुरु मास्टर रुद्रनारायण जी से कहाँ और कब हुई थी

रासबिहारी बोस

रास बिहारी बोस जिनको अंग्रेज़ कभी हाथ भी न लगा सके, २१ जनवरी १९४५ को भारत की आज़ादी देखे बिना ही अपने बिछुड़े हुए साथियों से मिलने हम सब से विदा ले गए।

प्रभास (पुस्तक समीक्षा)

लेखक तृषार पिछले अनेक वर्षों से पौराणिक और ऐतिहासिक कथा संदर्भों के पार्श्व में सामयिक और दैनिक जीवन की समस्याओं का समाधान ढूँढने की कोशिश करती कथाएं अनेक मीडिया मंचो पर लिखते आ रहे हैं।

बारीन्द्रकुमार घोष

बारीन्द्र कुमार घोष जी की जन्म जयंती पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक ऐसे ही गुमनाम क्रांतिकारी की गाथा लेकर आपके सामने प्रस्तुत हैं डॉ. मनीष श्रीवास्तव

भारतीय ग्रंथों तथा पुराणों में देवी दुर्गा का वर्णन – भाग ९

‘भारतीय ग्रंथों तथा पुराणों में देवी दुर्गा का वर्णन’ शृंखला के अन्तिम भाग में मनीष श्रीवास्तव जी शुम्भ वध की कथा का वर्णन कर रहे हैं।

भारतीय ग्रंथों तथा पुराणों में देवी दुर्गा का वर्णन – भाग ८

धूम्रलोचन, चंड-मुंड तथा रक्तबीज जैसे अनिष्टों का वध करने के बाद इस अंक में देवी के समक्ष रणभूमि में प्रवेश कर रहे हैं शुम्भ-निशुम्भ।

भारतीय ग्रंथों तथा पुराणों में देवी दुर्गा का वर्णन – भाग ६

यह कथा श्रीमार्कंडेय पुराण में, सावर्णिक मन्वंतर की कथा के अंतर्गत, देवीमाहाम्य में छठे अध्याय में वर्णित थी। इस अंक में हम चंड-मुंड और महादेवी युद्ध का वर्णन पढने वाले हैं।

भारतीय ग्रंथों तथा पुराणों में देवी दुर्गा का वर्णन – भाग ५

‘भारतीय ग्रंथों तथा पुराणों में देवी दुर्गा का वर्णन’ शृंखला के आज के अंक में देवी द्वारा धूम्रलोचन का वध और शुम्भ निशुम्भ के रणभूमि में आगमन की कथा।