महाकाव्य के नियम

श्री रामागमन के शुभ अवसर पर इंडिका आपके सामने लेखों और कथाओं की शृंखला प्रस्तुत कर रहे हैं। इसी शृंखला में प्रस्तुत है श्री आनंद जी द्वारा यह लेख जिसमे वह बता रहे हैं कि ग्रंथों में रचना की विशेषताओं को समझना हो तो काव्य ग्रंथों के साथ साथ काव्य लक्षण के ग्रन्थ भी पढ़ने पड़ते हैं

आक्रान्ता-अपराधी और कृतिवासेश्वर महादेव का शिवलिंग

अपराधी और आक्रान्ता का अंतर समझाने के लिए मंदिर से बेहतर उदाहरण क्या होता? आक्रान्ता ने कभी इन्हें तोड़ा था, और अपराधी आज मूर्तियाँ चुराकर विदेशों में बेच आते हैं। यही कारण है कि हमें फिर से अपने मंदिरों कि बात करनी होगी।

वाराणसी और मंदिर

कश्मीर के मार्तंड सूर्य मंदिर से शुरू होकर कितने ही देवालय हैं जो बनाने बाकी हैं। इतिहास के इन प्रश्नों पर विचार किये बिना ये होगा कैसे?

रस के सिद्धांत और भारत की फ़िल्में

भारतीय नाट्यशास्त्र के रस के सिद्धांतों पर फिल्मों की समीक्षा नहीं होती की जिस स्थापना के आधार पर ये आलेख था, वो स्वयं कितना मौलिक है? ये समीक्षा हम आपपर ही छोड़ते हैं।

जय सोमनाथ – भाग १: जूनागढ़

भारत में शामिल होने सलाह देकर लार्ड माउंटबेटन ने नबी बख्श को वापस भेज दिया था। फिरंगियों के सामने जिनकी हेकड़ी बंद रही थी, उनका इरादा वापस जाकर कुछ और ही करने का था। जूनागढ़ के नवाब ने जूनागढ़ के गज़ट में 15 अगस्त 1947 को खुद को पाकिस्तान में शामिल बता दिया।

दुर्गा पूजा और पाठ

पुराणों को जहाँ वेदों का केवल एक उप-अंग माना जाता है वहीँ सप्तशती को सीधा श्रुति का स्थान मिला हुआ है।